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हर साल दीपावली के शुभ अवसर पर एक प्रश्न हर भक्त के मन में जरूर आता है – लक्ष्मी पूजा कैसे करें? देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सही तरीका क्या है? कौन-कौन से नियम और विधियाँ अपनाई जाएं ताकि माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद हमारे घर-परिवार में बना रहे?
इन्हीं जिज्ञासाओं के उत्तर लिए, हम आपके लिए लेकर आए हैं – लक्ष्मी पूजा कैसे करें: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका जो विधि परंपरा और आस्था से जुड़ी हर बात को सरल भाषा में समझाती है
- माँ लक्ष्मी कौन हैं?
माँ लक्ष्मी केवल धन की देवी नहीं हैं बल्कि वे जीवन में संतुलन सुख-शांति और समृद्धि की प्रतीक हैं। वे विष्णु भगवान की अर्द्धांगिनी हैं और उनके बिना जीवन में स्थिरता संभव नहीं। - इसलिए दीपावली जैसे पर्व पर लक्ष्मी पूजा कैसे करें का विशेष महत्व है।
- लक्ष्मी पूजा 2025 की तिथि और मुहूर्त
तिथि: 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
शुभ मुहूर्त: शाम 6:45 बजे से रात 8:20 बजे तक
प्रदोष काल: यही समय पूजा का सबसे शुभ माना जाता है।
- लक्ष्मी पूजा कैसे करें की शुरुआत करने से पहले जरूरी है कि आप सही और शुभ मुहूर्त को जान लें क्योंकि सटीक समय पर की गई आराधना से मां लक्ष्मी की कृपा कई गुना अधिक मिलती है
पूजा की तैयारी – क्या-क्या करें पहले से?
लक्ष्मी जी का वास केवल साफ-सुथरे और शांत वातावरण में होता है। अतः:
- पूरे घर की साफ-सफाई करें, खासकर घर के दरवाजे और कोने।
घर के मुख्य द्वार पर रंगोली और दीप सजाएं।
पूजा स्थान पर लाल या सफेद कपड़ा बिछाएं।
- लक्ष्मी पूजा कैसे करें सामग्री लिस्ट (Check List)
सामग्री उपयोग
लक्ष्मी जी की मूर्ति/फोटो पूजा का मुख्य केंद्र
गणेश जी की मूर्ति बाधाओं को दूर करने हेतु
कलश गंगाजल पवित्रता के प्रतीक
पंचामृत मूर्ति स्नान के लिए
दीपक (घी व तेल के) रौशनी और आस्था के लिए
फूल (कमल गुलाब) माँ को अर्पण हेतु
चावल हल्दी रोली तिलक व पूजा विधि हेतु
मिठाई नारियल फल नैवेद्य हेतु
अगरबत्ती धूप वातावरण शुद्ध करने हेतु
लाल वस्त्र चूड़ी बिंदी लक्ष्मी श्रृंगार के लिए
- लक्ष्मी पूजा कैसे करें – विधि पूरी जानकारी
1. स्नान और ध्यान
स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें।
पूजा स्थल को स्वच्छ करें और दीप जलाएं।
2. कलश स्थापना
कलश में गंगाजल भरें आम के पत्ते लगाएं और ऊपर नारियल रखें।
कलश को पूजा के केंद्र में रखें।
3. लक्ष्मी और गणेश स्थापना
लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्ति या चित्र सामने रखें।
लाल कपड़े पर मूर्तियां रखें और उनके आगे पूजा सामग्री सजाएं।
4. स्नान और श्रृंगार
पंचामृत से मूर्तियों का अभिषेक करें।
फूल चंदन हल्दी रोली आदि से देवी-देवताओं का श्रृंगार करें।
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- पूजन विधि
सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें।
फिर लक्ष्मी माता का आवाहन करें:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को दीपक की रौशनी ताजे फूलों की खुशबू स्वादिष्ट मिठाइयाँ मौसमी फल और अक्षत (चावल) प्रेमपूर्वक अर्पित करें जिससे आपकी भक्ति में पूर्णता आ सके।
घर की महिलाएं विशेषकर लक्ष्मी जी को चूड़ियां बिंदी सिंदूर और कपड़े अर्पण करें।
लक्ष्मी पूजन की आरती
लक्ष्मी माता की आरती:
जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता।
तुम्हको निशिदिन सेवत हर विष्णु विधाता॥
गणेश जी की आरती:
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
आरती के साथ घंटी बजाएं और पूरे मन से देवी का ध्यान करें। यहीं से सच्चे लक्ष्मी पूजा कैसे करें का सार शुरू होता है – भक्ति
पूजा के बाद क्या करें?
सभी घर के सदस्य प्रसाद ग्रहण करें।
लक्ष्मी माता की मूर्ति के आगे 24 घंटे तक दीप जलता रहे।
अगले दिन तक पूजा स्थल को हाथ न लगाएं।
लक्ष्मी पूजन कथा
लक्ष्मी पूजन की पौराणिक कथा
सुनना पूजा का अहम हिस्सा है। इससे न केवल पुण्य मिलता है
बल्कि माँ की कृपा भी बनी रहती है।
संक्षेप में कथा:
प्राचीन समय में एक गरीब ब्राह्मण ने माँ लक्ष्मी की पूजा की और कुछ ही समय में उसका जीवन पूरी तरह बदल गया। उससे यह संदेश मिलता है कि सच्चे जब पूजा दिल की गहराई से की जाती है, तो उसका असर जरूर दिखाई देता है – क्योंकि सच्ची श्रद्धा कभी व्यर्थ नहीं जाती
पूजा के बाद के नियम
अगले दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पूजा स्थल की सफाई करें।
- घर में कोई भी नकारात्मक बात न करें।
- लक्ष्मी जी की कृपा बनाए रखने के लिए शुक्रवार को व्रत या हल्का उपवास करें।
लक्ष्मी पूजन के विशेष उपाय (Tips)
पूजा के समय ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः का 108 बार जाप करें।
- कमल का फूल अर्पित करें क्योंकि यह माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है।
- चांदी का सिक्का पूजा में रखें और पूरे वर्ष अपने तिजोरी में रखें।
दीपावली पर घर में लक्ष्मी को कैसे बुलाएं?
घर के हर कोने में दीप जलाएं।
- मुख्य दरवाजे पर लक्ष्मी के चरणों की आकृति बनाएं जो घर के भीतर की ओर जाए।
- घर के दक्षिण-पूर्व दिशा में दीपक जरूर रखें।
निष्कर्ष: लक्ष्मी पूजा कैसे करें का सही सार
- लक्ष्मी पूजा केवल एक परंपरा नहीं है यह एक भावना है।
- जब हम मन वचन और कर्म से देवी लक्ष्मी को आमंत्रित करते हैं तभी उनके साथ आता है – सुख शांति और समृद्धि।
तो इस दीपावली 2025 में जानिए और अपनाइए – लक्ष्मी पूजा कैसे करें पूरी श्रद्धा और विधि के साथ
लक्ष्मी पूजन से जुड़ी कुछ आम गलतियाँ – इन्हें करने से बचें
- जल्दी में पूजा करना:
कई बार लोग समय की कमी के कारण जल्दबाज़ी में पूजा कर लेते हैं। लेकिन लक्ष्मी पूजन एक ऐसा अवसर है जहां ध्यान और धैर्य सबसे ज़रूरी है। शांति से हर विधि को अपनाते हुए पूजा करें ताकि उसका संपूर्ण फल मिल सके।
- साफ़-सफाई को नज़रअंदाज़ करना:
मां लक्ष्मी को स्वच्छता अत्यंत प्रिय है। पूजा से पहले घर के हर कोने की सफाई करें खासकर पूजा स्थान और मुख्य द्वार।
- पूजा सामग्री में कमी:
कई लोग पूजा के समय सामग्री अधूरी रखते हैं। कोशिश करें कि सूची पहले से तैयार हो ताकि पूजा के समय कुछ छूट न जाए।
- भक्ति में मन न लगाना:
पूजा केवल रस्मों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, उसमें आपका पूरा मन सच्चा ध्यान और गहरी आस्था जुड़ी होनी चाहिए। क्योंकि जब तक दिल से भक्ति न हो तब तक कोई भी पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती।घर में लक्ष्मी जी के स्थायी वास के लिए खास सुझाव:
रोज़ सुबह दीपक जलाएं और ॐ महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करें।
लक्ष्मी पूजा कैसे करें
शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र पहनें और खीर या मिश्री का भोग लगाएं।
तिजोरी या धन स्थान को साफ़ रखें – वहां मां लक्ष्मी का निवास माना जाता है।
जल से भरा तांबे का कलश घर की उत्तर दिशा में रखें जिससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
लक्ष्मी पूजा कैसे करें देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए क्या न करें?
पूजा के बाद गंदगी न फैलाएं और पूजा स्थल को भूलकर भी न छुएं।
झगड़ा या ऊँची आवाज़ में बात करने से बचें विशेष रूप से दीपावली की रात।
पूजन सामग्री को फेंकने के बजाय नदी या किसी पवित्र स्थान में प्रवाहित करें।

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